NCERT Solutions for Chapter 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पे Class 6 Hindi Vasant I
![NCERT Solutions for Class 6th Hindi Chapter 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पे NCERT Solutions for Class 6th Hindi Chapter 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पे](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjqvEPE7W-dXzeRLQhsmp7Nj6ZeShr9sYGHxaeiKUBA6CPIODah0eD6lDbmS2aCGPoGJNgU_6GkzOH3D-FSFMcnZ31l3GhUq3qgifYPbmknfbAuj7MTc6DopFUkMFkFGAy1z8X6auPbKJn6Jv6XM21qwYV_xD4OuJiaOYv4B4BZwSO2brBeQTx4XRxq/s16000/chand-se-thodi-si-gappe--ncert--solutions--for-class-6-hindi.jpg)
चाँद से थोड़ी सी गप्पे Questions and Answers
Chapter Name | चाँद से थोड़ी सी गप्पे NCERT Solutions |
Class | CBSE Class 6 |
Textbook Name | Vasant I |
Related Readings |
|
प्रश्नावली
कविता से :
प्रश्न 1. 'आप पहने हुए हैं कुल आकाश' के माध्यम से लड़की क्या कहना चाहती है कि -
(क) चाँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा है |
(ख) चाँद कि पोशाक चारों दिशाओ मे फैली हुई है |
तुम किसे सही मानते हों?
उत्तर
इस पंक्ति के माध्यम से लड़की कहना चाहती के कि पूरा आकाश आपकी पोशाक जैसा लग रहा है, जिसमे तारे जड़े हुए है और चांदनी के माध्यम से आपकी पोशाक पूरी ब्रह्माण्ड में फैला हुआ है ।
प्रश्न 2. कवि ने चाँद से गप्पे किस दिन लगाई होंगी? इस कविता मे आई बातो कि मदद से अनुमान लगाओ और उसका कारण भी बताओ ।
दिन |
कारण |
पूर्णिमा |
|
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच |
|
प्रथमा से अष्टमी के बीच |
|
उत्तर
दिन |
कारण |
पूर्णिमा |
चाँद पूरी तरह गोल नज़र आता है| |
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच |
चाँद तिरछा नज़र आता है| |
प्रथमा से अष्टमी के बीच |
चाँद बहुत पतला नज़र आता है| |
मेरे अनुसार कवि ने चाँद के साथ पूर्णिमा के दिन गप्पे लगाए होंगे क्योंकि उसी दिन चन्द्रमा बिलकुल गोल होता है |
प्रश्न 3. नयी कविता मे तुक या छंद के बदले बिंब का प्रयोग अधिक होता है | बिंब वह तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है | कई बार कुछ कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तसवीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें| इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने बि ल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग - अलग करके लिखा है। तुम इस कविता के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग से लिखकर दिखाओ |
उत्तर
गो-रा-चि-ट्टा,
गो-ल-म-टो-ल,
ति-र-छे
अनुमान और कल्पना :
प्रश्न 1. कुछ लोग बड़ी जल्दी चिढ़ जाते है | यदि चाँद का स्वभाव भी आसानी से चिढ़ जाने का हों तो वह किन बातो से सबसे ज्यादा चिढ़ेगा? चिढ़कर वह उन बातो का क्या जवाब देगा? अपनी कल्पना से चाँद की ओर से दिए गए जवाब लिखो ।
उत्तर
यदि चाँद का स्वभाव जल्दी चिढ़ने वाला होता तो वह इस बात से सबसे ज्यादा चिढ़ता कि लोग उसके आकार में छोटा - बड़ा होने पर कई तरह के अनुमान लगाते है, जैसे कि उसे कोई बीमारी है इसलिए उसके आकार में परिवर्तन होता है |
चिढ़कर चाँद लोगो को अपने स्वभाव के बारे में बताता कि ज्ञान के आभाव के कारण लोगो को लगता हैं कि मैं घटता - बढ़ता हूँ |
प्रश्न 2. यदि कोई सूरज से गप्पे लगाए तो वह क्या लिखेगा? अपनी कल्पना से गद्ध्य या पद्ध्य में लिखो | इसी तरह कि कुछ और गप्पे निम्नलिखित में से किसी एक या दो से करके लिखो -
पेड़, बिजली का खम्भा, सड़क, पेट्रोल पंप
उत्तर
हम सूरज से इस प्रकार के गप्पे लगाते कि हे सूर्य देव आप इतना गर्म क्यों रहते हैं? आपकी गर्मी कि वजह से सभी को परेशानी झेलनी पड़ती हैं ।
पेड़ तुम्हरा स्वभाव बहुत अच्छा है, तुम हमेशा दूसरो की सेवा करते हों ।
बिजली के खम्भे मुझे तुमसे डर लगता है कि कही तुम्हारे स्पर्श करने से मुझे चोट ना लग जाये |
सडक!मुझे तुम पर अपनी साइकिल चलाने में बहुत मज़ा आता है ।
पेट्रोल पंप ! तुम हम सबको पेट्रोल उपलब्ध करवाकर बहुत मदद करते हों ।
भाषा की बात :
प्रश्न 1. चाँद संज्ञा है | चांदनी रात में चांदनी विशेषण है |
नीचे दिए गए विशेषणों को ध्यान से देखो ओर बताओ कि –
(क) कौनसा प्रत्यय जुड़ने पर विशेषण बन रहे हैं |
(ख) इन विशेषणों के लिए एक - एक उपयुक्त संज्ञा भी लिखो -
गुलाबी पगड़ी
मखमली घास
कीमती गहने
ठंडी रात
जंगली फूल
कश्मीरी भाषा
उत्तर
(क) इन सभी विशेषणों में 'ई' प्रत्यय जुडा हुआ है ।
(ख) गुलाबी फूल
मखमली चादर
कीमती घड़ी
ठंडी बर्फ
जंगली घास
कश्मीरी मिठाई
प्रश्न 2. गोल - मटोल, गोरा - चिट्टा
कविता में आये शब्दों के इन जोड़ो में अंतर यह है कि चिट्टा का अर्थ सफ़ेद है और गोरा से मिलता-जुलता है, जबकि मटोल अपने - आप में कोई शब्द नहीं है | यह शब्द 'मोटा' से बना है |
ऐसे चार - चार शब्द युग्म सोचकर लिखो और उनका वाक्यों में प्रयोग करो ।
उत्तर
चाय - वाय,
लस्सी - वस्सी,
मौका - सौका
मेल - मिलाप
आज मैंने विद्यालय से आते वक़्त चाय - वाय पी।
पंजाबी अपने मेहमानों को लस्सी - वस्सी पिलाते हैं।
पढ़े - लिखें लोग अच्छे मौके - सौके का इंतज़ार करते हैं।
कल हमारे गाँव में मेल - मिलाप का कार्यक्रम हुआ|
प्रश्न 3. 'बिलकुल गोल' - कविता में इसके दो अर्थ है -
(क) गोल आकार का
(ख) गायब होना !
ऐसे तीन और शब्द सोचकर, उनसे ऐसे वाक्य बनाओ जिनके दो - दो अर्थ निकलते हों ।
उत्तर
(i) सोना - शयन - राम को सोना पसंद है।
गहना - रमा ने सोने के कंगन बनवाये ।
(II) आम - फल - आम महेश का पसंदीदा फल है ।
साधारण - कल्पना सदैव साधारण वेश-भूषा पहनती है ।
(III) कनक - सोना (गहना) - लता चाची कनक के आभूषण पहनती है।
धतूरा - कमलेश धतूरा खाकर अजीब हरकते करता है ।
प्रश्न 4. ताकि, जबकि, चूँकि, हालांकि - कविता की जिन पंक्तियों में ये शब्द आये हैं, उन्हें ध्यान से पढ़ों | ये शब्द दो वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं | इन शब्दों का प्रयोग करते हुए दो - दो वाक्य बनाओ ।
उत्तर
ताकि - तुम जल्दी से यहां आओ, ताकि मैं तुम्हे खाना खिला सकू।
राम ने अपना गृहकार्य जल्दी - जल्दी पूरा किया ताकि वह खेलने जा सके।
जबकि - राघव विद्यालय गया जबकि बाहर बहुत ठंड थी |
मम्मी ने अपूर्व को अस्पताल भेजा जबकि वह बिलकुल स्वस्थ था |
चूँकि - चूँकि मैं खाना कहा चुका था, इसलिए मैं शादी में नहीं गया |
चूँकि रमा मंदिर जाने वाले थी, इसलिय उसने घर पर पूजा नहीं की ।
हालाँकि - हालाँकि मैं आज विद्यालय नहीं गयी, परन्तु मुझे आज का गृहकार्य पता है ।
हालाँकि हम वैष्णो देवी के मंदिर में कभी नहीं गए, परन्तु सुना है कि वहाँ का दृश्य अलौकिक है।
प्रश्न 5. गप्प, गप-शप, गप्पबाज़ी - क्या इन शब्दों के अर्थो में अंतर है?
तुम्हे क्या लगता है? लिखो ।
उत्तर
गप्प - व्यर्थ बात करना |
गप - शप - दूसरे लोगो के बारे में बात करना |
गप्पबाज़ी - कुछ सही कुछ गलत बाते करना ।