NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 11 बालगोबिन भगत - रामवृक्ष बेनीपुरी


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NCERT Solutions for Chapter 11 बालगोबिन भगत - रामवृक्ष बेनीपुरी (Balgobin Bhagat - Rambriksh Benipuri)

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रामवृक्ष बेनीपुरी (Rambriksh Benipuri) 1899-1968

Related Study

  • Summary of बालगोबिन भगत Class 10 Hindi
  • Important Questions for बालगोबिन भगत Class 10 Hindi
  • MCQ for बालगोबिन भगत Class 10 Hindi

Topics Covered

  • प्रश्न अभ्यास
  • रचना और अभिव्यक्ति

प्रश्न अभ्यास 

NCERT Solutions for Chapter 11 बालगोबिन भगत Class 10 Hindi प्रश्न अभ्यास

1. खेतीबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारित्रिक विशेषताओं के कारण साधु कहलाते थे?

उत्तर

  1. उनमें लालच बिल्कुल नहीं था।
  2. वह दूसरो की चीज नहीं छूते थे।
  3. वह दुख व सुख मे समान व्यवहार करते थे।
  4. वह कबीर के आर्दशो पर चलते थे।
  5. वह कभी झूठ नहीं बोलते थे।


2. भगत की पुत्रवधू उन्हे अकेले क्यो नहीं छोड़ना चाहती थी?

उत्तर

भगत की पुत्रवधू उन्हे अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी क्योंकि अब इस दुनिया मे उसके सिवा भगत का और कोई था भी नहीं जो भगत की सेवा कर सके।


3. भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ कैसे व्यक्त की?

उत्तर

भगत ने अपने बेटे के शव को चटाई पर लेटा दिया तथा वह कबीर के भजन गाने लगा।

वह अपनी पुत्रवधू से कहने लगा कि यह शोक का नहीं बल्कि उत्सव मानाने का समय है। बिछड़ी हुई आत्मा अपने प्रियतम ईश्वर से जा मिली है।


4. भगत के व्यक्तित्व और उनकी वेशभूषा का अपने शब्दों मे चित्र प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर

भगत जी एक गृहस्थ आदमी थे पंरतु उनमे गुण सारे साधुयो के ही थे। वह कभी झूठ नहीं बोलते थे, कभी किसी की चीज नहीं छूते। वह ठंड के मौसम मे भी प्रातः काल ही गंगा स्नान करते। उसके बाद कबीर भजन गाते रहते थे।

भगत जी गले मे तुलसी के जड़ की माला पहनते थे व सर मे कबीर पंथियो की तरह टोपी पहनते थे। वह कपड़े बस नाम मात्र के ही पहनते थे और ठंड मे बस एक काला कंबल ओढ़ लेते थो


5. भगत की दिनचर्या लोगो के अचरज का कारण क्यों थी?

उत्तर

भगत की दिनचर्या लोगो के अचरज का इसलिए थी क्योकि वह अपने नियमो का कड़ी प्रकार पालन करते थे। कितनी भी भीषण ठंड़ हो मगर वह सुबह गंगा स्नान के लिए जरूर जाते थे। वह खेतो मे अकेले ही काम करते थे तथा कबीर के गीत गाते रहते थे।

वह विपरीत हालातो मे भी अपनी दिनचर्या मे कोई बदलाव नहीं लाते थे।


6. पाठ के आधार पर भगत के मधुर गायन की विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर

  1. भगत जी बहुत मस्ती से गीत गाते थे।
  2. वह कबीर के गीत गाते थे।
  3. उनका गीत सुनकर सभी मंत्रमुग्ध हो जाते थे।
  4. गाँव की औरते फिर वही गीत गुनगुनाती रहती थी।


7. कुछ मार्मिक प्रसंगों के आधार पर यह दिखाई देता है कि भगत प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को नहीं मानते थे। पाठ के आधार पर उन प्रसंगो का उल्लेख कीजिए।

उत्तर

  1. भगत ने बिना किसी कर्म- कांड के अपने मृत बेटे का श्राद्ध किया।
  2. भगत ने अपनी पुत्रवधू द्वारा अपने मृत बेटे को मुखाग्नि दिलवाई।
  3. भगत ने अपनी पुत्रवधू को दूसरी शादी करने का आदेश दे दिया।
  4. वह दूसरे साधुओ की तरह भिक्षा माँगकर खाने मे विश्वास नहीं रखते थे।


8. धान की रोपाई के समय समूचे मौहल्ले को भगत की स्वर लहरियाँ किस तरह चमत्कृत कर देती थी? उस माहौल का शब्द चित्र प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर

धान की रोपाई के समय भगत के गीत के स्वर पूरे माहौल को झमने पर मजबूर कर देते थे। सारी औरते अपने होठो को हिलाकर धीमे स्वर मे वही गीत गुनगुनाती रहती थी। हर किसी का मन खेतो मे लगा रहता था व सब आनंद से काम करते थे।


NCERT Solutions for Chapter 11 बालगोबिन भगत Class 10 Hindi रचना और अभिव्यक्ति

9. पाठ के आधार पर बताएँ कि भगत की कबीर पर श्रद्धा किन किन रूपों मे प्रकट हुई है।

उत्तर

  1. भगत कबीर के ही गीत गाते रहते थे।
  2. भगत कबीर पंथियो की तरह सर पर टोपी डाले रहते थे।
  3. कबीर गृहस्थ होकर भी संसारिक मोहमाया से मुक्त थे, ठीक इसी तरह के भगत जी भी थे।
  4. कबीर का मानना था कि मृत्यु के द्वारा ही आत्मा परमात्मा से मिल सकती है तथा यह आनंद का विषय है। भगत जी ने भी अपने पुत्र की मृत्यु पर किसी प्रकार का कोई शोक नहीं किया।


10. आपकी दृष्टि में भगत की कबीर पर अगाध श्रद्धा के क्या कारण रहे होंगे?

उत्तर

भगत की कबीर पर अगाध श्रद्धा के निम्नलिखित कारण रहे होंगे -

(क) कबीर के साधु-जीवन से भगत काफी प्रभावित हुए होंगे, क्योंकि कबीर भी गृहस्थ-

जीवन में रहते हुए साधु थे।

(ख) कबीर का आडम्बरों से रहित सादा जीवन उन्हें अच्छा लगा हेगा।

(ग) भगत की स्वभावगत विचारधारा कबीर से मेल खाती होगी। कबीर भी अपने व्यवहार

में खरापन रखते थे।

(घ) कबीर परंपरा से चली आ रही कुरीतियों का विरोध करते थे तो भगत को भी

कुरीतियाँ अच्छी नहीं लगती थीं।

(च) कबीर का कामनाओं से रहित कर्मयोग का आचरण उन्हें अच्छा लगा होगा।


11. गाँव का सामाजिक सांस्कृतिक परिवेश आषाढ़ चढ़ते ही उल्लास से क्यो भर जाता है?

उत्तर

आषाढ़ की रिमझिम बारिश मे भगत जी मधुर गीत गुनगुनाकर खेती करते थे। उनके गीतो से हर कोई झूमने लगता था इसी कारण हर कोई उल्लास से भर जाता था।


12. “ऊपर की तसवीर से यह नहीं माना जाए कि भगत साधु थे।” क्या ‘साधु’ की पहचान पहनावे के आधार पर की जानी चाहिए ? आप किन आधारों पर यह सुनिश्चित करेंगे कि अमुख व्यक्ति ‘साधु’ है?

उत्तर

केवल पहनावा ठीक प्रमाण नहीं किसी को साधु कहने का। भगत जी अपने कर्मों के कारण साधु कहलाए थे। सुख दुख हर हालातो मे समान रहना, झूठ न बोलना, एक नियमित दिनचर्या का पालन करना, आदि साधुओ के गुण है।


13. मोह और प्रेम में अंतर होता है। भगत के जीवन की किस घटना के आधार पर इस कथन का सच सिद्ध करेंगे?

उत्तर

‘मोह’ में व्यक्ति किंकर्तव्यविमूढ़ होता है। इसके विपरीत प्रेम में सात्विकता होती है, वह किसी के प्रति हो सकता है। प्रेम सार्वभौमिक सत्य होता है। इसमें स्वार्थ नहीं अपितु प्रिय का हित चिंतन अधिक होता है।

इसे भगत के जीवन के आधार पर इस प्रकार समझा जा सकता है-

(क) भगत को अपने बेटे से प्रेम है, मोह नहीं, क्योंकि वे बेटे की मृत्यु पर एक मोही व्यक्ति की तरह विलाप नहीं करते हैं, अपितु उनका प्रिय पुत्र इस सांसारिक बंधन से मुक्त हो गया यह मानकर गीत गाते हैं कि आत्मा-परमात्मा से मिल गई। यह तो उनके प्रिय के लिए प्रसन्नता की बात है। यहां तक की अपनी पुत्रवधू को भी खुश होने के लिए बोलते हैं।

(ख) पुत्र की मृत्यु पर उनका पुत्रवधू और अपने बुढ़ापे के सुख का मोह होता तो वे कदापि पुत्रवधू को भाई के साथ पुनर्विवाह के लिए न भेजते। अपने आत्मीय के हित के लिए उनका प्रेम प्रबल हो उठा और उसे मायके भेज दिया। इस घटना द्वारा उनका प्रेम प्रकट होता है। बालगोबिन भगत ने सच्चे प्रेम का परिचय देकर अपने पुत्र और पुत्रवधू की खुशी को ही उचित माना।


NCERT Solutions for Chapter 11 बालगोबिन भगत Class 10 Hindi भाषा अध्ययन

14. इस पाठ मे आए कोई दस क्रियाविशेषण छाँटकर लिखिए और उनके भेद भी बताइए।

उत्तर

  1. धीरे-धीरे – रीतिवाचक क्रियाविशेषण।
  2. जब-जब – कालवाचक।
  3. थोड़ा-थोडा – परिमाणवाचक।
  4. उस दिन भी संध्या – कालवाचक।
  5. बिल्कुल कम – परिमाणवाचक।
  6. सवेरे ही- कालवाचक।
  7. हरवर्ष – कालवाचक।
  8. दिन- दिन – कालवाचक।
  9. हँसकर – रीतिवाचक।
  10. जमीन पर – स्थानवाचक।

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