NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 13 करुणा की दिव्य चमक - सर्वेश्वर दयाल सक्सेना


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NCERT Solutions for Chapter 13 करुणा की दिव्य चमक - सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (Karuna ki Divya Chamak - Sarveshwar Dayal Saxena)

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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना (Sarveshwar Dayal Saxena) 1927-1983

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Topics Covered

  • प्रश्न अभ्यास
  • रचना और अभिव्यक्ति
  • भाषा अध्ययन

प्रश्न अभ्यास 

NCERT Solutions for Chapter 13 करुणा की दिव्य चमक Class 10 Hindi प्रश्न अभ्यास

1. फादर की उपस्थिति देवदार की छाया जैसी क्यों लगती थी?

उत्तर

जिस तरह देवदार का वृक्ष अपने समीप आए प्राणीयों को छाया एवं शीतलता प्रदान करता है, ठीक उसी प्रकार फादर भी अपनी शरण मे आए लोगो की बात सुनते व उनको सही मार्ग दिखाते।


2. फादर बुल्के भारतीय संस्कृति के एक अभिन्न अंग है, किस आधार पर ऐसा कहा गया है?

उत्तर

फादर ‘बेल्जियम’ से भारत आकर बस गए। वह यहाँ की ही संस्कृति मे आकर मिल गए। उनका भारत व हिन्दी दोनो से बहुत प्रेम था । वह हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनते देखना चाहते थे व उन्होने इस क्षेत्र मे कई तरीको से काम भी किया। फादर बुल्के ने ‘बाइबिल’ और ‘ब्लू- बर्ड’ का हिन्दी अनुवाद भी किया। फादर भले ही विदेश से आए मगर भारत के अभिन्न अंग बनकर रहे।


3. पाठ मे आए उन प्रसंगों का उल्लेख कीजए जिनसे फादर का हिंदी प्रेम प्रकट होता है?

उत्तर

फादर इलाहाबाद मे एक “परिमल” नामक साहित्यिक संस्था के साथ जुड़े रहे। उन्होने बाइबिल तथा ब्लू-वर्ड का हिन्दी अनुवाद किया। फादर बुल्के राँची के सेंट जेवियर्स कॉलेज मे हिन्दी व संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष रहे। उन्हे हिन्दी को मातृभाषा बनाने की बड़ी चिन्ता थी तथा उन्होने इस चिन्ता को कई मंचो पर साझा भी किया।


4. इस पाठ के आधार पर जो फ़ादर की छवि उभरी है उसे अपने शब्दो मे लिखिए।

उत्तर

फादर बुल्के चुम्बकीय आकर्षण से युक्त संन्यासी थे। वे हर किसी के प्रति सदभावना रखते थे। उनके व्याक्तित्व मे मानवीय करूणा की दिव्य चमक थी। वे हिन्दी व साहित्य के अन्यय प्रेमी थे व उन्होंने हिन्दी को राष्टूभाषा बनवाने के लिए भी अनेक प्रयत्न करे। वे प्रतिभाओं के धनी पुरूष थे।


5. लेखक ने फादर को ’मानवीय करुणा की दिव्य चमक’ क्यो कहा है?

उत्तर

फादर को ‘मानवीय करूणा की दिव्य चमक’ इसलिए कहा गया क्योंकि मानव मात्र के लिए उनके दिल मे असीम प्रेम व करूणा थी। वह किसी मे भी कोई भेदभाव नहीं करते थे वह सबको समान रुप पर रखकर देखते थे।


6. फादर ने संन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नयी छवि प्रस्तुत की है, कैसे?

उत्तर

मूल रूप से संन्यासी मोह माया से दूर अपना जीवन जीते परंतु फादर बुल्के ने सब के बीच रहकर व उनके सुख दुख मे साथ देकर संन्यासी की एक अलग ही छवि प्रस्तुत की है।


7. आशय स्पष्ट कीजिए-

(क) नम आँखो को गिनना स्याही फैलाना है।
(ख) फ़ादर को याद करना एक 3दास शांत संगीत सुनने जैसा है।

उत्तर

(क) फादर बुल्के की मृत्यु पर लोगो की भीड़ लग गई तथा ३न नम ऑखो को गिनना स्याही फैलाने जैसा था अर्थात् फादर बुल्के की मौत पर रोने वाले बहुत थे।

(ख) जिस प्रकार शांत संगीत सुनने पर हमारा मन गम व दुख मे विलीन हो जाता है ठीक उसी प्रकार फादर बुल्के को याद करने पर भी मन एकदम अशांत व निराश हो जाता है।


NCERT Solutions for Chapter 13 करुणा की दिव्य चमक Class 10 Hindi रचना और अभिव्यक्ति

1. आपके विचार से बुल्के ने भारत आने का विचार क्यों बनाया होगा?

उत्तर

भारत विश्व भर में अपनी महान संस्कृति एवं पारम्परिक मूल्यों के लिए प्रसिद्ध है| यह एक खूबसूरत देश है जो कि अपनी ऐतिहासिक धरोहर एवं परम्परा के लिए जाना जाता है| यहाँ अतिथि को भगवान माना जाता है| मेरे विचार से इन सब बातों से प्रभावित होकर ही बुल्के ने भारत आने का मन बनाया होगा |


2. 'बहुत सुंदर है मेरी जन्मभूमि–रेम्सचैपल।' इस पंक्ति में फ़ादर बुल्के की अपनी जन्मभूमि के प्रति कौन-सी भावनाएँ अभिव्यक्त होती हैं? आप अपनी जन्मभूमि के बारे में क्या सोचते हैं?

उत्तर

बहुत सुंदर है मेरी जन्मभूमि-रेम्सचैपल|’ इस पंक्ति में फ़ादर बुल्के की अपनी जन्मभूमि के प्रति जो भावनाएँ अभिव्यक्त होती हैं वह कुछ इस प्रकार है-

  1. उनका अपने देश के प्रति प्रेम I
  2. अपनी जन्मभूमि के प्रति सम्मान |
  3. अपनी जन्मभूमि के प्रति अगाध श्रद्धा झलकती जिसके कारण भारत में लंबे समय तक रहते हुए भी वे अपनी जन्मभूमि को भुला नहीं पाए जबकि उनके जीवन का अधिकांश समय भारत में बीता था |

मेरी जन्भूमि मेरी मातृभूमि है और मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत समझती हूँ कि मेरा जन्म एक ऐसे देश में हुआ जहाँ विभिन्न संस्कृति एवं परम्परा को मानने वाले लोग एक साथ ख़ुशी-ख़ुशी रहते है| भारत विविधता में एकता को मानने वाला देश है और मुझे मेरे देश से बेहद प्रेम है|


NCERT Solutions for Chapter 13 करुणा की दिव्य चमक Class 10 Hindi भाषा अध्ययन

10. मेरा देश भारत विषय पर 200 शब्दों का निबंध लिखिए।

उत्तर

मेरा देश भारत

जिसकी सुहानी सुबह है होती, होती सुनहरी शाम है

वीर बहादुर जन्मे जिसमें, मेरा भारत महान है

भारत जिसको पुरातन युग में आर्यावत नाम से पुकारा जाता था| यह अपनी सुख समृद्धि एवं ऐश्वर्य के लिया जाना जाता था और इसी कारण इसका नाम सोने की चिड़िया पड़ा| यहाँ के वासी आर्य कहलाते थे| महाप्रतापी राजा दुष्यंत के महावीर पुत्र भारत के नाम पर ही मेरे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा है |

भारत भौगोलिक विभिन्नताओं वाला देश है| यहां एक ओर हरियाली है तो दूसरी तरफ जंगल, एक ओर हिम खंडित पर्वत शिखर हैं तो दूसरी ओर तपते मरुस्थल| इसी देश में प्राकृतिक बनावट, जलवायु, खान-पान, वेशभूषा तथा संस्कृति की दृष्टि से अनेक विभिन्नताएं हैं| हमारा प्यारा देश भारत अनेकता में एकता का अपूर्व उदाहरण है| इसी देश में मंदिर और मस्जिद, गुरु द्वारे और गिरजाघरों के दर्शन होते हैं| अनेक भाषाएं ओर अनेक धर्म इसी धरती पर फल-फूल रहे हैं| सभी संस्कृतियों को फलने फूलने का अवसर दिया जाता है| विविधता में एकता ही भारत कि विशेषता है| हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई, मुस्लिम आदि धर्मों को यहां एक समान दृष्टि से देखा जाता है| यहाँ अलग अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न धर्मों को मानने वाले सभी लोग एक साथ एवं मिल जुल कर रहते हैं| भारत की सभ्यता और संस्कृति दुनिया भर में विख्‍यात है| ये संस्कार हमें इसी वतन से मिले कि गुरु को भगवान का दर्जा प्राप्त है एवं माता के चरणों में स्वर्ग है| यहां पर अतिथि देवों भवः है की परंपरा को प्रमुखता दी जाती है| भारत देश में सिर्फ देवी-देवताओं की ही नहीं अपितु पशु, पक्षी, पेड़-पौधों, नदियों, पर्वतों आदि की भी पूजा की जाती है| यह माध्यम है यह समझाने का कि इन संसाधनों के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता एवं महान नहीं बन सकता|

भारत एक कृषि प्रधान देश है 80 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है| 60 प्रतिशत आबादी युवा वर्ग की है और प्रत्येक युग एवं देश का भविष्य युवा होता है| हमारे पास गर्व करने लायक काफी उपलब्धियां हैं| हम हिमालय की चोटी पर पहुंचे, चांद को अपना बनाया है, राजनीति में भी युवाओं की भागीदारी बढ़ने लगी है| भारत राजनीति, औद्योगीकरण, विज्ञान, शिक्षा, साहित्य सृजन और कला में आगे हैं| आज भारत की जनसंख्या 100 करोड़ से अधिक है| इस देश में 25 राज्य और 6 केन्द्र शासित क्षेत्र हैं| जहाँ कई धर्म और समाज के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं| भारत देश की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है| यहाँ का राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् है| भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर तथा राष्ट्रीय पशु बाघ है|

भारत भूमि में राम, कृष्ण, महावीर, बुद्ध जैसे कई महापुरूषों को जन्म दिया है| यह वीर योद्धाओं का देश है जिनमें महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, भगतसिंह, सुभाष चन्द्र बोस, महात्मा गांधी, चाचा नेहरू, लाला लाजपत राय, लाल बहादुर शास्त्री और न जाने कितने वीर योद्धा शामिल हैं जिन्होंने अपनी जान पर दाव पर रखकर देश को गुलामी से मुक्त कराया और इसकी रक्षा की| भारत देश अपने साहित्य के लिए भी उतना ही प्रसिद्ध है| इस भूमि पर तुलसी, कबीर, रवीन्द्र नाथ टैगोर, प्रेमचन्द, और न जाने कितने साहित्यकारों एवं कवियों ने जन्म लेकर इसे महान बनाने में अपना योगदान दिया है|

सभी देशवासी भारत देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं| हमारा देश वर्तमान में अनेक समस्याओं से जूझ रहा है और अभी विकासशील देशों की श्रेणी में है| लेकिन वह समय दूर नहीं है जब हमारा भारत देश विज्ञान, तकनीक, औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से विश्व का सिरमौर बनेगा|


11. आपका मित्र हडसन एंड्री ऑस्ट्रेलिया में रहता है। उसे इस बार की गर्मी की छुट्टियों के दौरान भारत के पर्वतीय प्रदेशों के भ्रमण हेतु निमंत्रित करते हुए पत्र लिखिए।

उत्तर

मकान नंबर 342

सेक्टर 3, हनुमान नगर

कोटा, भारत

10 जनवरी, 2019

प्रिय मित्र हडसन

मधुर स्मृतियाँ!

मैं यहाँ सकुशल हूँ आशा करता हूँ कि तुम भी ईश्वरीय कृपा से स्वस्थ और सानंद होगे| हमें मिले बहुत समय हो गया है| पिछले वर्ष की तस्वीरें देख रहा था तो सभी यादें ताज़ा हो गयी मानो जैसे कल की ही बात हो और फिर से मिलने का मन हो उठा |

मैं चाहता हूँ कि तुम इस बार गर्मी की छुट्टियों में भारत-भ्रमण के उद्देश्य से आ जाओ| भारत के जिन मनोहारी पर्वतीय स्थलों की चर्चा गत वर्ष करते थे उन्हें साक्षात् देखने से निश्चित ही आनंदानुभूति होगी| इस संबंध में पिता जी से परामर्श कर उन सभी पर्वतीय स्थलों पर घूमने चलेंगे जहाँ पिछले वर्ष नहीं जाना हो पाया था | तुम एक माह रहने की योजना बनाकर शीघ्र ही भारत आ जाओ| मेरे साथ-साथ मेरे पिता जी भी तुमसे मिलने के लिए उत्कंठित हो रहे हैं| तुम्हारे उत्तर कि प्रतीक्षा रहेगी I

अपने माता जी और पिता जी को मेरा प्रणाम कहना|

तम्हारा मित्र

राम


12. निम्नलिखित वाक्यों में समुच्यबोधक छाँटकर अलग लिखिए

(क) तब भी जब वह इलाहाबाद में थे और तब भी जब वह दिल्ली आते थे।

(ख) माँ ने बचपन में ही घोषित कर दिया था कि लड़का हाथ से गया।

(ग) वे रिश्ता बनाते थे तो तोड़ते नहीं थे।

(घ) उनके मुख से सांत्वना के जादू भरे दो शब्द सुनना एक ऐसी रोशनी से भर देता था जो किसी गहरी तपस्या से जनमती है।

(ङ) पिता और भाइयों के लिए बहुत लगाव मन में नहीं था लेकिन वो स्मृति में अकसर डूब जाते।

उत्तर

समुच्चयबोधक का अर्थ - व्याकरण में अव्यय का एक भेद जिसका कार्य दो वाक्यों में परस्पर संबंध स्थापित करना होता है|

(क) और

(ख) कि

(ग) तो

(घ) जो

(ड) लेकिन

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